इसके बाद सर पर जालीदार टोपी धारण कर एकांत वाले कमरे में नमाज पढ़ने की अवस्था में बैठ जाए. जिस उदेश्य के लिए आप यक्षिणी का आवाहन कर रहे है, उन्हें उसी रूप में ध्यान करे. जब हम ‘नकारात्मक असर’ कहते हैं, तो इसका मतलब सिर्फ यह नहीं है कि https://baglamukhi-shabar-mantra31986.blogsmine.com/32848007/facts-about-how-to-do-vashikaran-kaise-hota-hai-revealed